बुधनी और विजयपुर उपचुनाव में बंपर वोटिंग, 23 नवंबर को प्रत्याशियों की किस्मत का होगा फैसला
भोपाल, 13 नवंबर 2024:
मध्यप्रदेश के बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया, और इन दोनों सीटों पर मतदाताओं का जोश देखते ही बना। चुनाव आयोग के मुताबिक, दोनों सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा, हालांकि हिंसा, बूथ कैप्चरिंग और धरना प्रदर्शन की खबरें भी आईं। बुधनी में 72.37% और विजयपुर में 75.27% मतदान हुआ। इन उपचुनावों में बुधनी में पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल, जबकि विजयपुर में वन मंत्री रामनिवास रावत और कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा के बीच सीधा मुकाबला है।
मतदाताओं का उत्साह
चुनाव में मतदाताओं ने पहले से कम मतदान के आंकड़ों को पीछे छोड़ते हुए मतदान का उत्साह दिखाया। मतदान की शुरुआत धीमी रही, और सुबह 9:30 बजे तक बुधनी में 16.90% और विजयपुर में 17.86% वोटिंग दर्ज की गई थी। हालांकि, दिन चढ़ते ही मतदान में तेजी आई और शाम 5 बजे तक दोनों सीटों पर अच्छे आंकड़े सामने आए। बुधनी में 72.37% और विजयपुर में 75.27% मतदान दर्ज हुआ।
2023 के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान
2023 में हुए विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत थोड़ा कम रहा। 2023 में बुधनी में 86.80% और विजयपुर में 81.49% मतदान हुआ था। उस समय यह सीटें भी महत्वपूर्ण थी, जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला था।
विजयपुर में प्रशासनिक निगरानी
विजयपुर में मतदान के दौरान प्रशासन ने कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा और बीजेपी के रामनिवास रावत को निगरानी में रखा। हालांकि, बाद में दोनों नेताओं को शर्तों के साथ निगरानी से मुक्त किया गया। इन दोनों नेताओं ने फोन पर वोटिंग की स्थिति पर लगातार संपर्क बनाए रखा।
विवाद और राजनीति
विजयपुर सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच विवाद भी सुर्खियों में रहा। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता विजयपुर क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग और प्रशासन कांग्रेस के दबाव में काम कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया।
अंतिम फैसला 23 नवंबर को
अब दोनों सीटों के प्रत्याशियों की किस्मत 23 नवंबर को मतगणना के दौरान तय होगी। मतदाता उत्साह और विभिन्न विवादों के बावजूद यह उपचुनाव प्रदेश की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।