Sidhi24news:सीधी में एम्बुलेंस सेवा में देरी पर सख्त कार्रवाई: स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
सीधी जिले में गर्भवती महिला को एम्बुलेंस सेवा न मिलने पर उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। यह घटना 1 नवम्बर की रात की है, जब गर्भवती महिला श्रीमती उर्मिला रजक को पेट में तेज दर्द होने लगा। उनके पति ने 108 एम्बुलेंस सेवा के कॉल सेंटर से कई बार संपर्क किया, लेकिन समय पर मदद नहीं मिली।
गंभीर लापरवाही का मामला
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य सेवाएं त्वरित और सुलभ हों। ऐसी लापरवाहियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना के चलते गर्भवती महिला को हाथ रिक्शे से अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां रास्ते में उनका प्रसव हुआ और नवजात शिशु की मृत्यु हो गई।
वित्तीय दंड और विभागीय जांच
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, संबंधित एम्बुलेंस सेवा के परिचालन व्यय की राशि 4,56,917/- रुपये काटने के आदेश दिए गए हैं। यह राशि सेवा प्रदाता के देयकों से काटी जाएगी। संचालक एनएचएम ने इस पर तुरंत कार्रवाई की है।
अधिकारी स्तर पर भी गंभीरता दिखाई गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी, सिविल सर्जन, जिला टीकाकरण अधिकारी, और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। इन सभी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सरकार की पहल
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला केवल एक घटना नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और तत्परता पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो जाता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति गंभीर है और नागरिकों को सुरक्षित और समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करना उसकी प्राथमिकता है। यह कदम न केवल सीधी जिले में, बल्कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करेगा।