sidhi news:नेकी की दीवार का हुआ भव्य शुभारंभ, पुलिस अधीक्षक ने की अपील – “ज्यादा हो तो दे जाएं, जरूरत हो तो ले जाएं”
सीधी, 15 नवम्बर 2024 – कड़ाके की ठंड की शुरुआत होते ही, जिले में गरीब और जरूरतमंदों के लिए एक नई पहल की गई है। जिला प्रशासन और समाजसेवियों के सहयोग से जिला अस्पताल के समीप “नेकी की दीवार” का भव्य शुभारंभ किया गया। यह आयोजन शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा, समाजसेवी डॉ. अनूप मिश्रा और कमल कामदार की उपस्थिति में हुआ।
नेकी की दीवार एक ऐसी पहल है जहां जरूरतमंद लोग पुराने या अतिरिक्त वस्त्र, बर्तन, खिलौने, कंबल आदि प्राप्त कर सकते हैं। इस दीवार का उद्देश्य ठंड के मौसम में गरीबों को गर्म कपड़े और अन्य जरूरी सामान मुहैया कराना है। मिनी अग्रवाल, सीएमओ ने बताया कि यह दीवार सभी नगरवासियों की मदद से गरीबों को जरूरी सामान उपलब्ध कराने का एक बेहतरीन जरिया बनेगा। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने पुराने कपड़े, बर्तन, खिलौने और कंबल दान करें ताकि जरूरतमंदों तक यह मदद पहुंच सके।
पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र वर्मा ने इस पहल का शुभारंभ करते हुए कहा, “नेकी की दीवार एक ऐसी दीवार है, जिसमें यदि आपके पास जरूरत से ज्यादा सामान है, तो आप उसे किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं। यह सिर्फ एक दीवार नहीं, बल्कि समाज की मदद का एक तरीका है।” उन्होंने सभी से अपील की कि वे इस मुहिम में अपना सहयोग दें।
वरिष्ठ समाजसेवी कमल कामदार ने भी इस पहल को सराहा और ठंड से बचने के लिए 51 कंबल दान किए। उन्होंने कहा, “हम सब को अपने घरों में मौजूद अतिरिक्त सामान को नेकी की दीवार में दान कर जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए।”
समाजसेवी डॉ. अनूप मिश्रा ने इस अवसर पर कहा, “नर सेवा ही नारायण सेवा है। जब हम किसी जरूरतमंद की मदद करते हैं, तो जो सुख हमें प्राप्त होता है, वही सुख भगवान की पूजा से मिलता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि यह पहल कौन चला रहा है, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने पुराने सामान से किसी की मदद कर सकते हैं।”
नेकी की दीवार अब सभी के लिए उपलब्ध है और लोग अपना दान अस्पताल चौक के पास स्थित शमा मेडिकल के सामने कर सकते हैं। इस पहल को सफल बनाने के लिए नगरवासियों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस पहल ने समाज में आपसी सहयोग और एकता की भावना को और प्रगाढ़ किया है और यह दिखाया है कि एक छोटे से कदम से भी समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।