Sidhi24news;मध्य प्रदेश में कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए दीपावली विशेष वेतन और पेंशन की स्थिति
भोपाल: दीपावली के पर्व को ध्यान में रखते हुए, मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने अक्टूबर महीने का वेतन सात लाख से अधिक नियमित कर्मचारियों को 28 अक्टूबर (सोमवार) से देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में संबंधित विभागों ने कोषालय में वेतन के बिल प्रस्तुत कर दिए हैं।
इस बार, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों की तरह अग्रिम वेतन का लाभ मिलेगा। यह कदम सरकार द्वारा कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति और उनकी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। सभी स्थानीय निकाय, सार्वजनिक उपक्रम और विश्वविद्यालयों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार अग्रिम वेतन देने के विषय में निर्णय लें।
पेंशनरों के लिए अभी असमंजस
हालांकि, चार लाख से अधिक पेंशनरों को अग्रिम पेंशन देने पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हो पाया है। पेंशनर्स एसोसिएशन ने दीपावली से पहले पेंशन का भुगतान करने की मांग की है, और सोमवार को इस पर निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है। पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक गणेश दत्त जोशी का कहना है कि पेंशनरों के साथ लंबे समय से भेदभाव हो रहा है। महंगाई राहत और एरियर्स के भुगतान में भी विलंब हो रहा है, जिससे पेंशनरों में निराशा का माहौल है।
सरकार की तैयारी और वित्त विभाग का निर्देश
सरकार ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे समय पर कोषालय में वेतन के बिल लगाने का कार्य पूरा करें ताकि कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल सके। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीपावली के अवसर पर कर्मचारियों को जल्दी वेतन देने का निर्णय लेकर उनकी वित्तीय भलाई की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया है।
संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों की स्थिति
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए भी अग्रिम वेतन देने की योजना बनाई गई है। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करने के लिए कहा गया है ताकि वे इस दिशा में उचित निर्णय ले सकें।
गौर तलब है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों को अग्रिम वेतन देने का निर्णय एक सराहनीय कदम है, जो दीपावली जैसे पर्व पर उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेगा। लेकिन पेंशनरों के लिए अभी भी स्पष्टता का अभाव है। यदि सरकार पेंशनरों की मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो इससे उनके प्रति भेदभाव की स्थिति बनी रहेगी। सभी की निगाहें सोमवार के निर्णय पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि क्या पेंशनर्स भी इस दीपावली पर अपनी पेंशन का लाभ उठा सकेंगे या नहीं।