Mp police:मध्य प्रदेश में पुलिस आरक्षकों की बड़ी भर्ती: 7500 पदों के लिए तैयारी शुरू
मध्य प्रदेश में पुलिस विभाग में 7500 आरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारी जोरों पर है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल में प्रतिवर्ष 5000 पुलिस आरक्षकों की भर्ती का आश्वासन दिया था, लेकिन वास्तविकता में केवल एक बार 6000 आरक्षकों की भर्ती हो पाई। अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, जो गृह विभाग भी संभाल रहे हैं, ने नियमित भर्ती के लिए कदम बढ़ाए हैं।
पुलिस मुख्यालय ने कर्मचारी चयन मंडल को भर्ती का प्रस्ताव भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। शारीरिक दक्षता परीक्षा इस समय चल रही है, और चयन सूची इस वर्ष के अंत तक जारी होने की उम्मीद है। इसके बाद, अगले वर्ष मार्च तक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। नई भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन होगा, जिसमें 50% अंक लिखित परीक्षा और 50% शारीरिक दक्षता परीक्षा से निर्धारित किए जाएंगे।
पुलिस बल की कमी प्रदेश के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गया है। मापदंड के अनुसार, हर 50,000 लोगों पर एक थाना होना चाहिए। वर्तमान में, मध्य प्रदेश में 1700 थानों की आवश्यकता है, जबकि केवल 968 थाने मौजूद हैं। इससे न केवल कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बल्कि नए साइबर थानों की स्थापना की योजनाएं भी अटकी हुई हैं। आरक्षकों की नियमित भर्ती से इन सभी मुद्दों का समाधान हो सकेगा।
पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आरक्षकों की भर्ती से ना केवल थानों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि अपराधों पर नियंत्रण पाने और आम नागरिकों की सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी। इस भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने के लिए हजारों युवाओं ने आवेदन किया है, और उम्मीद की जा रही है कि इस बार प्रक्रिया तेजी से पूरी होगी।
भर्ती की इस प्रक्रिया से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि मध्य प्रदेश की पुलिस बल की स्थिति में सुधार आएगा और कानून-व्यवस्था बेहतर होगी।
प्रदेश के निवासियों को अब इस भर्ती का बेसब्री से इंतज़ार है, जो उन्हें सुरक्षा के साथ-साथ विकास के नए अवसर प्रदान करेगा।