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Sidhi24news; उद्योगपतियों को मिला आत्मबल कमिश्नर और कलेक्टर दूर करेंगे कठिनाईया

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उद्योगों के विकास की सभी बाधाओं को दूर किया जाएगा – मुख्यमंत्री

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उद्योगपति अपने लिए ही नहीं प्रदेश और देश के लिए उद्योग चला रहे हैं – मुख्यमंत्री

विन्ध्य के उद्योगपतियों को निर्यात के लिए मिलेगी कंटेनर की सुविधा

कमिश्नर और कलेक्टर उद्योगपतियों की कठिनाईयों को दूर करें – मुख्यमंत्री

सीधी प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचकर रीवा एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में शिरकत की। एयरपोर्ट परिसर में ही मुख्यमंत्री ने 23 अक्टूबर को आयोजित हो रहे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के संबंध में संभाग के उद्योगपतियों से चर्चा की। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि विन्ध्य में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इन्हें गति देने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। उद्योगों के विकास की सभी बाधाएं दूर की जाएंगी। सभी उद्योगपति अपनी कठिनाईयों को उद्योग विभाग अवगत कराएं। हर जिले में निवेश संवर्धन केन्द्र खोल दिया गया है। इसके माध्यम से भी सरकार तक अपनी बात पहुंचाएं। उद्योगपतियों की स्थानीय कठिनाईयों को दूर करने की जिम्मेदारी कमिश्नर और कलेक्टर की है। निर्यात सुविधाओं के मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य के उद्योगपतियों को उत्पादों के निर्यात के लिए कंटेनर की सुविधा मिलेगी। अब रेल के साथ मालवाहक हवाई जहाजों से भी परिवहन होगा। उद्योगपति केवल अपने लिए उद्योग नहीं चलाते हैं। आपके उद्योग से प्रदेश और देश का विकास होता है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए हर माह संभागीय मुख्यालयों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। जब कुँआ खुद प्यासे के पास जा रहा है तब उद्योगों को भला कौन सी कठिनाई होगी। उद्योगपतियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की मिलिंग के संबंध में जो कठिनाईयाँ हैं उन्हें दूर करने के लिए शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। मिलिंग नीति में राइस मिलर्स के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उद्योगों के वर्ष 2022-23 के अनुदान की राशि जारी कर दी गई है। अब अनुदान की राशि सीधे उद्योगपति के खाते में जारी की जाएगी। विन्ध्य क्षेत्र के विकास की हर बाधा दूर की जाएगी। मैं रीवा का दामाद हूं। रीवा के विकास में कोई कोर कसर नहीं रखूंगा।

मुख्यमंत्री ने बैठक में उपस्थित रीवा तथा मऊगंज के उद्योगपतियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिंगरौली, सीधी, मैहर तथा सतना के उद्योगपतियों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों पर दोहरा कराधान नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 अक्टूबर को रीवा में पूरे विन्ध्य के औद्योगिक विकास के लिए विचार मंथन होगा। इसमें शामिल होने के लिए 50 बड़े उद्योगपतियों के साथ तीन हजार से अधिक उद्योगपतियों ने पंजीयन किया है। इसी दिन औद्योगिक केन्द्र चोरहटा में विद्युत सब स्टेशन के निर्माण तथा रीवा में आईटी पार्क के निर्माण का भूमिपूजन होगा। विन्ध्य में कई बड़े उद्योगों की स्थापना के प्रस्ताव रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मिलेंगे।

बैठक में उद्योगपतियों ने औद्योगिक विकास के अनुसार जिलों के श्रेणीकरण, रीवा को विशेष औद्योगिक जोन का दर्जा देने, धान मिलिंग तथा बारदाने की राशि के भुगतान, छोटे शहरों के औद्योगीकरण को प्राथमिकता देने, सिंगरौली में उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सहित विभिन्न सुझाव दिए।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री राघवेन्द्र सिंह ने रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव की रूपरेखा प्रस्तुत की। बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद सीधी डॉ राजेश मिश्रा, सांसद रीवा श्री जनार्दन मिश्र, विधायक त्योंथर श्री सिद्धार्थ तिवारी, विधायक मनगवाँ श्री नरेन्द्र प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ नीता कोल, प्रबंध संचालक औद्योगिक विकास निगम चन्द्रमौर्य शुक्ला, कमिश्नर रीवा बीएस जामोद सहित उद्योगपति सम्मिलित हुए।

सीधी एनआईसी केंद्र से कलेक्टर श्री स्वरोचिष सोमवंशी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अंशुमन राज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद श्रीवास्तव, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र श्रीमती श्रद्धा गोखले सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मेसर्स देवेंद्र राइस मिल के श्री अजय सिंह चैहान तथा मेसर्स श्याम राइस मिल के श्री रोहित गुप्ता ने मुख्यमंत्री जी से संवाद किया तथा आवश्यक सुझाव दिए।

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