Sidhi24news:छ: माह में ही ठेकेदार ने खड़े किए हाथ,फिर नीलाम होंगी सीधी जिले की 18 रेत खदानें
सीधी- जिले की रेत खदानों का ठेका जिस कंपनी को मिला था उसने घाटे का हवाला देते हुए 6 माह में ही रेत उत्खनन करने से इंकार कर दिया है। अब खनिज विभाग दोबारा टेंडर जारी करने की कवायद में जुट गया है।
जिले में 18 रेत खदानों को नीलाम किया जाना है। इन खदानों को ई-नीलामी प्रक्रिया के तहत प्रारंभिक आधार 40 करोड़ रुपए नीलामी निर्धारित की गई है। जिसके लिए 24 सितंबर तक ठेकेदार ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिकतम मूल्य वाले ठेकेदार के नाम पर तीन वर्ष के लिए रेत उत्खनन परिवहन का ठेका दिया जाएगा। जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि रेत खदानों की नीलामी की जा रही है।
80 करोड़ में नीलाम हुई थी खदानें
गत नीलामी में ठेकेदारों ने बढ़- चढ़कर हिस्सेदारी ली थी, इससे पूर्व जहां जिले की रेत खदानें सैनिक फ्रूट प्राइवेट लिमिटेड के नाम 34 करोड़ में नीलाम हुई थी, वहीं गत वर्ष होड़बाजी में ठेकेदार द्वारा 80 करोड़ रुपए की कीमत लगाई गई, जिसके नाम खदान स्वीकृत कर दी गई, लेकिन वह कंपनी घाटे में जा बैठी जिसके कारण छह माह में ही कंपनी ने ठेका समर्पण कर दिया।
भंडारण के नाम पर कट रही चांदी
जिले में 30 जून से रेत उत्खनन प्रतिबंधित किया गया है, उससे पूर्व कंपनी द्वारा भंडारण के नाम पर अनुमति लेकर रेत का पहाड़ खड़ा कर लिया गया था, रेत उत्खनन प्रतिबंधित होने के कारण भंडारण के नाम पर कंपनी मोटे दामों पर भंडारित रेत की बिक्री कर रही है। बताया जा रहा है कि भंडारण की एनओसी लेने के बाद कंपनी द्वारा रात में चोरी छिपे रेत उत्खनन कर डंप कर लेती है और सुबह उसी रेत की टीपी देकर बिक्री कर रही है।
अभी खानापूर्ति बाकी- खदानों की नीलामी से पहले कई खानापूर्ति बाकी है। सबसे पहले ठेकेदारों को नीलामी राशि की 50 प्रतिशत राशि 15 दिन के अंदर जमा करना होगा। इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी लाना होगा। खनिज विभाग के साथ एग्रीमेंट करना होगा, तब ठेकेदारों को खदानें सुपुर्द की जाएंगी।
जिले में 24 रेत खदाने हैं लेकिन कुछ रेत खदानें संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आने से उन्हें नीलामी से बाहर कर दिया गया है। शेष बची 18 खदानों की नीलामी की जा रही है।