Sidhi:सदस्यता अभियान की मची होड़,सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों में जबरन दिलाई जा रही सदस्यता
सीधी- जिले भर में इन दिनों भाजपा का सदस्यता अभियान जोरों पर चल रहा है। सांसद विधायक से लेकर लोकल कार्यकर्ताओं द्वारा दिन-रात लोगों को सदस्यता दिलाने का काम किया जा रहा है, लेकिन कहीं कहीं सदस्यता दिलाने की होड़ में लोग नियम कायदो को भी नजरअंदाज कर रहे हैं और आम आदमी के साथ जबरजस्ती की जा रही है। ऐसा ही एक वाक्या जिले से निकलकर सामने आया है जहां एक सरकारी प्रशिक्षण संस्थान में हर रोज जबरजस्ती प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों व लोगों को डर दिखाकर भाजपा का सदस्य बनाया जा रहा है।
बता दे की सीधी जिले के राम गोविंद पैलेस में इन दिनो त्रिशक्ति अकादमी द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जहां प्रशिक्षणर्थियों का जबरजस्ती मोबाइल लेकर उन्हें भाजपा का सदस्य बनाया जा रहा है। प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षणर्थियों द्वारा बताया गया कि यहां रामा गोविंद पैलेस में त्रिशक्ति प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों एवं अन्य बाहरी लोगों द्वारा यहां आने वाले प्रशिक्षणर्थियों का जबरजस्ती मोबाइल लेकर उसमें से उन्हें सदस्य बनाया जा रहा है पहले तो उन्हें यह कहकर ओटीपी मांगी जाती है कि पीएम विश्वकर्म योजना का पंजीयन किया जा रहा है लेकिन जब मोबाइल पर ओटीपी आती है और प्रशिक्षणर्थियों द्वारा इस बात पर आपत्ति जताई जाती है कि उन्हें सदस्यता नहीं लेनी है तो यह कहकर उन्हें डराया जाता है कि यहां के सांसद और विधायक का बहुत दबाव है यह सरकार का आदेश है और हम यह करने के लिए मजबूर है। अन्यथा हमारा प्रशिक्षण केंद्र बंद कर दिया जाएगा। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो संस्थान के लोग ही बता सकते हैं, लेकिन यहां प्रशिक्षण लेने आने वाले लोग इस बात से बेहद दुखी है कि जबरन उन्हें सदस्यता दिलाई जा रही है और उन्हें डराया जा रहा है प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों की माने तो यहां करीब हजार से ऊपर लोगों को जबरन सदस्य बनाया गया है। लोगों के विरोध के बावजूद बाहरी लोगों द्वारा जहां जाकर सरकार की धौंस दिखाकर उनके मोबाइल लिए जाते हैं और ओटीपी निकालकर उन्हें सदस्य बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी संस्थानों में चल रही ऐसी दादागिरी पर रोक लगाया जाए। स्वेच्छा से जो लोग सदस्य बनना चाहते हैं उन्हें प्रशिक्षण संस्थान के बाहर सदस्य बनाया जाए प्रशिक्षण के दौरान उनके साथ ऐसी जबरदस्ती ना की जाए