थाने के अंदर जूते चलाने वाले पुलिसकर्मियों का तबादला,विवादित दरोगा पहुंचे सीधी
ग्वालियर-सट्टे को लेकर शहर के इंदरगंज थाने में दरोगा अतर सिंह कुशवाह और सिपाही पुष्पेंद्र लोधी व रामकिशोर यादव के बीच जूतम-पैजार की घटना ने ग्वालियर पुलिस की बदनामी पूरे प्रदेश में करा दी। इस घटना पर सीधे डीजीपी सुधीर सक्सेना ने संज्ञान लिया।घटना के 24 घंटे बाद ही डीजीपी ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन्हें जिले से हटाने के आदेश दिए। इसके तुरंत बाद दोपहर करीब 12 बजे दरोगा और दोनों सिपाहियों का तबादला ग्वालियर से 500 किमी से भी ज्यादा दूर अलग-अलग जिलों में किया गया है। दोपहर में इन्हें एसपी ग्वालियर राकेश कुमार सगर ने कार्यमुक्त कर दिया।
रीवी, सीधी और बड़वानी ट्रांसफर
इस सख्त कार्रवाई से पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। दरोगा अतर सिंह कुशवाह को ग्वालियर से 576 किलोमीटर दूर सीधी, पुष्पेंद्र लोधी को 529 किलोमीटर दूर मउगंज और रामकिशोर यादव को 662 किलोमीटर दूर बड़वानी भेजा गया है।
क्या था मामला
ग्वालियर शहर के इंदरगंज थाने में शुक्रवार को सुबह ऐसी घटना हुई, जिसने ग्वालियर पुलिस को शर्मसार कर दिया। यहां सट्टे को लेकर इंदरगंज थाने के दरोगा अतर सिंह कुशवाह और सिपाही पुष्पेंद्र लोधी व रामकिशोर यादव के बीच जूतम-पैजार हो गई। दरोगा का कहना था, उसकी बीट में नई सड़क पर शरद सटोरिये का अड्डा थाने के पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से चल रहा है।उसने प्रात:कालीन गणना के दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों से जमकर अभद्रता की। यहां मौजूद सिपाही पुष्पेंद्र लोधी और रामकिशोर यादव ने जब विरोध किया तो दरोगा मारपीट पर उतारू हो गया। दोनों ओर से जनता के सामने इंदरगंज थाने के अंदर जमकर झगड़ा हुआ। यहां तक कि गुस्से में दरोगा अतर सिंह कुशवाह पुलिसकर्मियों को मारने मंदिर में रखा त्रिशूल लेकर दौड़ा। गनीमत रही कि यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया था।
दोनों सिपाही टीआई के करीबी, यही चलवा रहे थे सट्टा
जिन दोनों सिपाहियों से दरोगा अतर सिंह का झगड़ा हुआ, उन्हीं दोनों के इशारे पर सट्टा चल रहा था। यह हर महीने मोटी रकम ले रहे थे। दोनों टीआई के बेहद करीब बताए गए हैं। पुलिस अधिकारियों का भी कहना है- ऐसा संभव नहीं, पुलिसकर्मी अपने स्तर पर सट्टा चलवा सकें। इसी क्षेत्र में एक और सट्टा बड़े स्तर चलने की खबर पुलिस अधिकारियों तक पहुंची है।
तीनों पुलिसकर्मियों को जिले से बाहर भेज दिया गया है। पुलिस मुख्यालय द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। टीआई की भूमिका संदिग्ध है, इसकी जांच करवाई जा रही है। ऐसा कृत्य करने वालों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जाएगा।
अरविंद सक्सेनाआइजी, ग्वालियर रेंज।