प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार पटवारियों की छुट्टी…
अब आठवीं पास युवा करेंगे गिरदावरी, मिलेंगे 10 हजार
सतना. फसल गिरदावरी में पटवारियों की मनमानी से तंग आई सरकार ने नया रास्ता तलाश लिया है। गिरदावरी में लगातार सामने आ रही गड़बड़ी और लेटलतीफी पर लगाम लगाने के लिए पटवारियों की इस काम से छुट्टी करते हुए गांव के 8वीं पास स्थानीय युवाओं को सरकार यह काम देने जा रही है। ये युवा सारा एप के जरिए डिजिटल क्रॉप सर्वे का काम करेंगे। इसके एवज में इन्हें 10 हजार रुपए तक की राशि का भुगतान किया जाएगा। यह सर्वे जियो फेंस तकनीक के जरिए होगा।
ऐसे होगा पंजीयनः 8वीं पास ऐसे युवा जिनके पास खुद का मोबाइल (एंड्राइड का 6 प्लस वर्जन) इंटरनेट सुविधा के साथ उपलब्ध है उन्हें फसल गिरदावरी का काम दिया जा सकेगा। इसके लिए इनका पंजीयन एमपी भूलेख पोर्टल पर डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य के लिए कराया जाएगा। इसके लिए गांव के युवाओं का ही चयन किया जाएगा। अगर संबंधित गांव में उपयुक्त स्थानीय युवा नहीं मिलता है तो निकटतम
ग्राम पंचायत के स्थानीय युवा का ये है टाइम लाइन
बिंदु
सर्वेयर पंजीयन
प्रशिक्षण
किसान गिरदावरी
सर्वेयर क्राप सर्वे
सुपरवाइजर सत्यापन
किसान दावा आपत्ति
दावा आपत्ति निराकरण
सत्यापनकर्ता अनुमोदन
जांच कार्य का अंतिम अनुमोदन पंजीयन कराया जा सकेगा। स्थानीय युवा के चयन में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। पंजीयन के बाद इन युवाओं को राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण देंगे।
ऐसे होगी गिरदावरीः भूलेख पोर्टल पर पंजीयन होने के बाद संबंधित
एक सर्वेयर को एक हजार नंबर
सर्वेयर को अधिकतम 1 हजार सर्वे नंबर आवंटित किए जाएंगे।
सर्वेयर की भरी गई जानकारी का सैटेलाइट इमेज के जरिए विश्लेषण किया जाएगा। अगर कोई विसंगति मिलती है तो वह सुपरवाइजर (पटवारी) के पास उपलब्ध हो जाएगी।
इतनी राशि मिलेगी
समय
20 जुलाई तक
युवा को फसल सर्वेक्षण के लिए प्रति सर्वे नंबर प्रथम फसल के लिए 8 रुपए और प्रत्येक
अतिरिक्त दर्ज फसल के लिए 2
25 जुलाई तक
1 अगस्त से 15 सितंबर तक
1 अगस्त से 15 सितंबर तक
20 सितंबर तक
25 सितंबर तक
30 सितंबर तक
10 से 30 सितंबर तक
30 सितंबर तक
रुपए मिलेंगे। प्रति सर्वे नंबर अधिकतम 14 रुपए देय होंगे। इस तरह एक युवा को लगभग 10 हजार रुपए तक मिल सकेंगे। अगर सर्वेयर द्वारा गिरदावरी में जानबूझ कर गड़बड़ी की जाती है तो उसे इस काम से हटा कर अन्य स्थानीय युवा को काम दिया जाएगा।
युवा सर्वेयर को ग्राम का आवंटन पटवारी करेंगे। इसके बाद सर्वेयर सारा एप पर ओटीपी के माध्यम से लॉगिन कर सकेगा। सर्वेयर संबंधित खेत पर पहुंचेगा, जहां जियो फेंस तकनीक से अपने आप खेतों के खसरे नंबर और अन्य जानकारियां दर्ज हो जाएंगी। इसके बाद प्रत्येक खेत की फसल की फोटो लेकर सर्वेयर अपलोड करेगा।