Sidhi24news:शहर की सैकड़ों स्ट्रीट लाइटें बंद,अंधेरे में आधा शहर,चोरी व हादसे का सता रहा डर
जिम्मेदार नगरपालिका को मेंटनेंस व स्ट्रीट लाइट लगाने फुर्सत नहीं, कहीं हो न जाए बड़ा हादसा
सीधी-शहर की सैकड़ों स्ट्रीट लाइटें बंद है, लगभग आधा शहर में अंधेरा छाया हुआ है। इससे रात के समय में चोरी व हादसे का डर लोगों को सता रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि शहर में दिनभर व्यस्त रहने वाले सार्वजनिक जगह, चौक, बांध के किनारे भी अंधेरे के आगोश में है। ऐसे में रात को अंधेरे में शहर का पूरा बाजार है। जानकारी के बावजूद जिम्मेदार नगरपालिका को कोई सरोकार नहीं है। अलबत्ता शहर के लोग अंधेरे के आलम में दिन गुजार रहे हैं।
नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों सहित सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगाई है ताकि शाम होने के बाद सड़कों को दूधिया रोशनी से जगमग किया जा सके। लाइटें लगीं भी लेकिन इन्हें दम तोड़ने में समय भी नहीं लगा। जितनी तेजी से यह सड़कों पर लगीं उतनी ही तेजी से खराब भी होने लगीं। नतीजा यह हुआ कि सड़कों पर एक बार फिर से अंधेरा पसर गया। इन्हें विभाग ठीक भी नहीं करा रहा है और ना ही ठीक कराने का उसका कोई आगे का इरादा है। बता दें कि शाम होने के बाद सुनसान सड़कों पर राहगीर सहित अन्य लोगों के मन में अनहोनी का डर बना रहता है। वहीं शहर की सड़कों पर अंधेरा होने के कारण शरारती तत्व इसका फायदा उठाकर आने जाने वाले राहगीरों संग लूटपाट व चोरी की घटना को भी आसानी से अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि रात के समय बाजार अंधेरे में शहर का बाजार है। ऐसे में व्यवसायियों को भी चोरी होने का डर सता रहा है। साथ ही अंधेरे के कारण हादसे भी हो रहे है। बाध के किनारे रेस्ट हाऊस के पास वार्ड 19 निवासी जितेन्द्र साहू बाइक से घर जा रहा रहा था,अंधेरा होने के कारण गड्ढा नजर नहीं आया और गड्ढे में बाइक गया तो गिर गया। चेहरे व पैर में चोट लगी है। हालांकि चोट गंभीर नहीं है। लेकिन जल्द ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।
*जहां जलती है वहां दिन में भी बुझाने वाला नहीं होता*
इस विडंबना ही कहे की जहां सड़क मे स्ट्रीट लाइट जलती हैं वहां दिन में कोई बुझाने वाला नहीं नीता एसपी आफिस के बगल से जाने वाले मार्ग मे दिनभर स्ट्रीट लाइट जलती नजर आ जाएगी। वही शहर के अन्य मार्गों पर दिन- रात लाइटें जलती रहती हैं। वहीं की अगर सड़क पर बत्ती बुझ जा रही है तो चार-पांच दिनों तक इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। कई प्रमुख स्थानों में भी कई बार आधी स्ट्रीट लाइटें जलती हैं तो आधी बंद नजर आती।
शहर के हृदय स्थल में भी अंधेरा
शहर के मिनी स्मार्ट सिटी से सूखा नाले की ओर बनाई गई सड़क मे अंधेरा छाया हुआ है। यहां दिन सहित रात में भी लोगों की भीड़ रहती है। लेकिन पांच माह से सड़क मे अंधेरा छाया हुआ है। इसका कारण यह है कि नगरपालिका अपना पल्ला झाड़ते हुए मिनी स्मार्ट से कराए गए कार्य को ठेकेदार से हैंडओभर नहीं होना बता रही हैं।पोल मे लगी स्ट्रीट लाइट बंद नजर आ रही है।अब तक सुधार नहीं होने से राहगीरों सहित स्थानीय लोगों मे काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
इसी प्रकार शहर के सराफा बाजार में चार दिनों से अंधेरा है। यहां पर चारों ओर ज्वेलरी दुकान, कपड़ा सहित अन्य दुकानें है। जहां पर अंधेरा होने के कारण व्यवसायियों को चोरी होने का डर सता रहा है। लेकिन नगरपालिका ने सुध नहीं ली।
गोपालदास बांध मार्ग में छाया है अंधेरा:-
शहर के गोपालदास मार्ग से पड़रा की ओर जाने वाला मार्ग में अंधेरा छाया रहने से लोगों मे डर बना हुआ है।स्थिति यह है कि इस मार्ग से आए दिन अधिकांश लोग गुजरते हैं। लेकिन वर्तमान में स्ट्रीट लाइट बंद होने से ऐसे मे घूमने जाने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई है।अब अंधेरे के कारण असामाजिक तत्वों का डेरा लगना शुरू हो गया है।