Sidhi24news:मादा हाथी ने ली महावत की जान, जमीन पर पटक कर पैरों से कुचला
भोपाल- में मादा हाथी ने अपने ही महावत को कुचल दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये महावत का पालतू हाथी है। वे बुधवार रात को हाथी के नजदीक सो रहे थे, तभी हाथी ने उनको सूंड से उठाकर पटक दिया। हाथ पकड़कर घसीटा और पैर से कुचल दिया। घटना बुधवार देर रात भानपुर ब्रिज के पास की है। छोला मंदिर पुलिस हाथी को थाने ले आई है।
पुलिस ने बताया कि सतना जिले के सलैया के रहने वाले नरेंद्र कपाड़िया (55) को उन्हीं के पालतू हाथी ने मार डाला। एएसआई राकेश शुक्ला ने बताया, नरेंद्र पांच साथियों के साथ हाथी को देशभर में घुमाते थे। इस दौरान मिले दान से उनका खर्चा चलता था। बुधवार रात परवलिया के रास्ते वह भोपाल पहुंचे थे। गुरुवार सुबह विदिशा जाने का प्लान था। भानपुर ब्रिज के नजदीक खाली मैदान में पेड़ के नीचे हाथी को बांध दिया। रात करीब 9 बजे खाना खाया और हाथी के नजदीक ही सो गए।
पुलिस ने हाथी को कस्टडी में लिया
घटना के बाद पुलिस ने हाथी को अपनी कस्टडी में लिया है। हाथी को मृतक के साथी महावत पुलिस की मौजूदगी में थाने तक लेकर आए। हाथी को थाने के पिछले हिस्से में पीपल के पेड़ से बांधकर रखा गया है। पुलिस ने हाथी की देख-रेख के लिए मृतक के साथियों में से एक महावत को थाने में ही रहने कहा है।
हाथी के चिंघाड़ने की आवाज से नींद खुली
महावत के साथी भूपेंद्र ने बताया, रात करीब 11.30 बजे हाथी जोर – जोर से चिंघाड़ने लगा। हम सभी की नींद खुल गई। देखा तो हाथी नरेंद्र को सूंड से उठाकर पटक रहा था। हमने छुड़ाने की कोशिश की, तो हाथी ने नरेंद्र को घसीटा और पैर से कुचल दिया। उनकी मौत हो गई। हमने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को देर रात मॉर्चुरी भेज दिया।
पहले भी ये हाथी ले चुका है एक की जान
महावत के भांजे दीपक कपाड़िया ने बताया, मुझे रात 12 बजे फोन कर बताया गया कि मामा को हाथी ने पटक दिया है, लेकिन किसी ने मौत की जानकारी नहीं दी। मैं रात को ही गाड़ी से यहां पहुंचा, तब पता चला कि मामा की मौत हो गई है।
दीपक ने बताया कि हाथी ने दो साल पहले भी एक युवक की जान ली थी। करीब एक साल पहले भोपाल में ही रात में एक युवक हाथी को केले खिलाने आया था, उस पर भी हमला किया था। उसे वन विभाग को सौंप देना चाहिए।
पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था कर चुकी शिकायत
पीपुल्स फॉर एनिमल की भोपाल की संचालिका स्वाती गौरव ने बताया कि जिस मादा हाथी ने महावत को कुचला है, उसका नाम जानकी है। इसे हम पिछले 15 दिन से फॉलो कर रहे थे। इन्हें रिहायशी इलाकों में घूमाना भी उचित नहीं है। हम इसकी शिकायत डीएफओ सहित तमाम अधिकारियों से कर चुके थे। समय पर एक्शन होता तो घटना टल जाती। पिछले दिनों इस हाथी को अवधपुरी में देखा गया था, तब भी फॉरेस्ट के वरिष्ठ अधिकारी को सूचना दी गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।