मूर्ति तोड़ने वाले आसामाजिक तत्वों के ऊपर गहराई से जांच कर दोषियों को सामने लाने हेतु देवसर एसडीएम को सरई मे मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सरई। शुक्रवार को सरई नगरवासियों ने देवसर एसडीएम को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जिक्र किया गया कि सिंगरौली जिले के नगर परिषद सरई के वार्ड नं 12 नौडिया घाघी में निर्मित मंदिर में माता रानी की मूर्ति एवं अन्य देवी देवताओं की रखी हुई मूर्ति को किसी आसामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया है एवं मन्दिर में लगे त्रिशूल मंदिर में लगे अन्य चीजों को नष्ट कर दिया गया है और तोड़फोड़ भी की गई थी साथ ही मंदिर में अभद्र भाषा एवं जय भीम और अन्य चीज भी लिखी गई थी दीवारों में जब मामला चहुंओर फैलाने लगीं तो तब जाकर सरई पुलिस एवं थाना प्रभारी सरई ज्ञानेंद्र सिंह बघेल मंदिर परिसर में आए और देखे वास्तविक घटना को इसके बाद अपने बचाव और मामले को शांत रखने के लिए बिना पूजा पाठ कराए आनन फानन ही माता रानी के टूटे मूर्ति पर घी और सिंदूर लगवा दिया इससे भी हम सब की आस्था को ठेस पहुंची है और मंन्दिर के दीवारों में अभद्र भाषा और जय भीम जैसे अन्य और तरह तरह की शब्द लिखे गए थे उसको भी थाना प्रभारी सरई ज्ञानेंद्र सिंह बघेल के द्वारा चूना से पोताई करवा दिया गया ताकि कोई जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारी आए तो वास्तविकता घटना क्या थी ना देख पाएं और खुलासा ना हो पाए क्षेत्र में लगातार इस तरह घटनाएं घटित हो रही है लेकिन सरई पुलिस खुलासा नहीं कर पाती, इसलिए सरई पुलिस पर सवाल खड़ा होता है कौन व्यक्ति है जो मंदिर में रखे मूर्तियों को लगातार तोड़ रहा है और पुलिस को जांच करने के बाद भी कामयाबी नहीं मिलती इस बार हम सब ग्रामीण जनों का कहना है कि जो घाघी मंदिर में देवी देवताओं की रखी हुई मूर्ति को खंडित किया गया है और नुकसान पहुंचाई गई है उक्त मामले को गहराई से जांच कर आरोपी को सामने लाया जाए,साथ ही सौपें गयें ज्ञापन मे जिक्र किया गया है कि अगर तीन दिवस के अंदर आरोपी को सामने नहीं लाया गया तो इस क्षेत्र की समस्त ग्रामीण जन एवं धार्मिक संगठनों के लोग सरई थाना या सरई एसडीएम कार्यालय के सामने अपनी आस्था को बचाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे जिसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन की होगा। उक्त ज्ञापन सरई नगर परिषद के लोगों द्वारा सामूहिक रूप से सौंपा गया है।