सत्संग की एक घडी़ भी करोड़ों वर्षो की तपस्या से बढकर होती हैं:-अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका ममता पाठक जी
सरई मे आयोजित श्री राम कथा तीसरे दिन कथा व्यास ममता पाठक ने सुनाएं प्रसंग, …
सरई। सिंगरौली जिले सरई के राधा कृष्ण मंदिर बनियान तालाब में श्री राम कथा भागवत व श्री हनुमान मारूति यज्ञ चल रही है। श्री राम कथा के तीसरे दिन अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका ने ममता पाठक जी ने कहा कि संत्संग की एक घडी़ जो होती हैं वो करोड़ों वर्षो की तपस्या से बढकर होती हैं। इतनी महिमा है संत्संग कि, कथा श्रवण करने की, इसलिए जीवन में जब भी ऐसा अवसर मिले चाहे थोड़ी देर के लिए ही जाइए लेकिन सत्संग में जरूर जाइये। संतों का संग करिए, शास्त्रों का संग करिए क्योंकि उनका संग करने से हमारे बहुत बड़े-बड़े अपराध जो अनजाने में हुए होंगे वह सब उसे सत्संग से कट जाते हैं। सत्संग कि इतनी महिमा है कि संत की शरण में चले जाने से, शास्त्रों का संग कर लेने से व्यक्ति का अपराध पाप दूर होने लगता है। संतों का दर्शन कर लेने से व्यक्ति का पाप दूर होने लगता है इतनी संत की महिमा है। और कथा पंडाल ऐसा स्थान है जहां पर बड़े-बड़े परमहंस आते हैं कुछ ऐसे होते हैं जो हम आंखों से नहीं देख सकते, न जाने ऐसे कितने आदृश्य शक्तियां कथा श्रवण करने के लिए आते हैं। क्योंकि यह कथा की महिमा है। बड़े-बड़े देवता आते हैं। सत्संग की भूमि बहुत ही पवित्र होती है। लेकिन कहते हैं ना भगवान जिस पर कृपा करते हैं वही व्यक्ति सत्संग तक पहुंच पाता है। आप लोग जो कथा श्रवण कर रहे वैसे तो सरई में बहुत सारे लोग हैं लेकिन सिर्फ इतने लोग ही क्यों बैठे हैं यह भी यह विचार करने की बात है। यह रघुनाथ जी की कृपा है कि आप सब लोग कथा श्रवण कर रहे हैं उनकी कृपा से बिना कथा सत्संग नहीं मिलता है। इसके साथ ही कथा वाचिका ममता पाठक ने कई अन्य विषयों प्रवचन करते हुए विविध प्रसंगों को सुनाया, वही कार्यक्रम के अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम श्री राम कथा भागवत दिनांक 10 मई से प्रारंभ होकर 18 मई तक चलेगा जो समय दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक हैं। तो वही महायज्ञ समय सुबह 7:00 से 11:00 बजे तक चलता है। हवन,तर्पण, महाप्रसाद भंडारा 19 मई को आयोजित किया गया है। कार्यक्रम संगीतमय तरीकें से चल रहा है। कथा श्रवण करने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही हैं। तो वहीं यज्ञ कर्ता बाबा भोलादास महाराज विप्र मित्र मंडली हैं। श्रीरामकथा के आयोजनकर्ता व मुख्य श्रोता पूर्व संरपच रामबालक द्विवेदी,केमली देवी हैं। उक्त कार्यक्रम मे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से शामिल होने की अपील की गई है।