सीधी में किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी, ऋण स्वीकृत कर अहरित कर ली गई राशि
सीधी-कुसमी थाना अंतर्गत दुआरी टोला गांव निवासी एक किसान के नाम पर केसीसी श्रण स्वीकृत किया गया, श्रण स्वीकृत होने के बाद तत्कालीन बैंक प्रबंधक द्वारा पांच खाली चेक हस्ताक्षर कराके अपने पास रख लिया गया, जिसके सहारे अपने सहयोगियों के खाते में राशि आहरित कर दी गई। किसान को जानकारी होने पर कुसमी थाना में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर कुसमी थाना प्रभारी बृजभान तिवारी ने आरोपियों के खिलाफ जालसाजी का मामला पंजीवद्ध कर लिया गया है।
बताया गया कि दुआरी टोला गांव निवासी मान सिंह पिता चंद्रभान सिंह (५४) के द्वारा केसीसी श्रण स्वीकृत करने के लिए आवेदन यूनियन बैंक शाखा कुसमी में दिया गया, जिसके आधार पर तत्कालीन बैंक मैनेजर नवीन कुमार द्वारा चार लाख ४७ हजार रुपए का श्रण स्वीकृत उसके बैंक खाते में राशि स्थानांतरित कर दी गई। वहीं किसान से हस्ताक्षर कराके पांच कोरा चेक अपने पास रख लिया गया। जिसके सहारे किसान के खाते की राशि को लकी ट्रेडर्स संचालक जितेंद्र गुप्ता, ठाडीपाथर गांव निवासी राय सिंह, कतरवार गांव निवासी राजेश कुशवाहा, रौहाल गांव निवासी कालेश्वर प्रजापति के खाते में राशि स्थानांतरित कर दी गई, उधर जब किसान राशि निकालने के लिए बैंक पहुंचा तब उसे पता चला कि उसका खाता खाली हो गया है। तब मामले की शिकायत कुसमी थाना में की गई, पुलिस द्वारा जांच उपरांत आरोपी नवीन कुमार तत्कालीन बैक मैनेजर कुसमी,संजीव कुमार मरावी तत्कालीन बैक कर्मचारी, उमेश सिंह बैंक कर्मचारी, जितेंद्र गुप्ता लकी ट्रेडर्स कुसमी, राय सिंह निवासी ठाडीपाथर, राजेश कुशवाहा निवासी कतरवार, कालेश्वर प्रजापति निवासी रौहाल के खिलाफ धारा 420,34 के तहत अपराध पंजीवद्ध कर लिया गया है।