*गजरा बहरा के ग्रामीणों ने किया चकाजाम, परिजनों ने 25 लाख मुआवजा राशि की रखी मांग*
संदीप श्रीवास्तव।
सिंगरौली । सिंगरौली जिले के सरई थाना अंतर्गत ओबरी निवासी रामबहोर प्रजापति उम्र 50 वर्ष की कल दिन शुक्रवार को गजरा-बहरा के समीप बकहुल मार्ग मे पिकअप एवं मोटरसाईकिल की टक्कर में मौत हो गई थीं। मृतक का पुत्र भी घायल हो गया था। आज घटना के दूसरे दिन मृतक के परिजन व ग्रामीण गजरा बहरा गांव स्थित कोलयार्ड के सामने चकाजाम शुरू कर दिया । यह चकाजाम दिन शनिवार की सुबह से जारी रहा जहॉ देर शाम करीब छ: बजे समझाइस के बाद मामला शांत हुआ।
बिदित हो की जानकारी के मुताबिक ग्राम ओबरी निवासी रामबहोर प्रजापति उर्फ अनन्त लाल पिता केमला प्रसाद प्रजापति उम्र 50 वर्ष, अजय प्रजापति उम्र 18 वर्ष एवं जगजीवन प्रजापति उम्र 25 वर्ष सभी निवासी ओबरी मोटर सायकल में सवार होकर एक साथ गजरा-बहरा से अपने घर जा रहे थे। कि गजरा-बहरा से चन्द किलोमीटर दूर बकहुल मार्ग में पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 66 जी 2955 के बीच आमने-सामने टक्कर हो गयी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पिकअप वाहन भी अनियंत्रित गति में था। जिसके कारण दोनों वाहनों के चालक नियंत्रण खो दिये और सीधी भिड़न्त हो गयी। जिसमें घटना स्थल पर ही रामबहोर प्रजापति की मौत हो गयी। वहीं चालक जगजीवन प्रजापति एवं अजय गंभीर रूप से घायल हो गये थे।
घटना के बाद मृतक का शरीर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र सरई के मरचुरि मे रखा गया था। कल दिन शनिवार को भी मृतक रामबहोर प्रजापति के परिजन कोल कम्पनियों से मुआवजा राशि दिलाने की मांग पर अड़े हुए थे। किंतु सरई पुलिस के समझाइस पर मामला ठण्डा पड़ गया था। आज शनिवार को कोलयार्ड के सामने गेट पर घटना के दिन से ही मृतक के परिजन एवं ग्रामीण एकत्रित होकर 25 लाख रूपए मृतक के आश्रितो एवं पाँच-पाँच लाख रूपए घायलो को दिलाने के मांग कर रहे हंै। इस दौरान सरई टीआई ज्ञानेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक, सीके सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस पहुंच चकाजाम समाप्त करने प्रयास करती रही। इसके बावजुद ग्रामीण अपनी जिद् पर अड़े रहे।
*देर शाम तक चलता रहा मान मनौव्वल*
जानकारी के मुताबिक मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों को समझाने-बुझाने के लिये सुबह से ही मान मनौव्वल टी आई करते रहे। इसके बावजूद लोगबाग अपनी मांग पर अडिग थे। बताया जा रहा है कि 25 लाख रूपये नीचे मुआवजा राशि लेने ेके लिये तैयार नहीं थे। कई बार टी आई प्रयास भी किये। किन्तु ग्रामीण किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे। 25 लाख का रूपये का रट ग्रामीणजन लगाये हुये थे।
*संवेदनशील नहीं दिखे एसडीएम*
उक्त घटना के बाद से ही कोल यार्ड गजरा-बहरा के सामने मृतक के परिजन एवं ग्रामीण कोल वाहनों को रोककर चकाजाम कर कोलयार्ड का परिवहन बन्द करा दिया था और घटना स्थल पर एसडीएम तथा एसडीओपी के आने की मांग कर रहे थे। हैरानी की बात है कि सूचना होने के बावजूद घटना स्थल पर एसडीएम तक नहीं पहुंचे। एसडीओपी भी शनिवार की देर शाम पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि ऐसी घटनाओं को लेकर देवसर एसडीएम संवेदनशील नहीं है।