पोडी खदान मे डबल रेट में मिल रही रेत,प्रशासन एवं नेताओ की चुप्पी से जनता मे मचा हाहाकार
कुशमी से अमित श्रीवास्तव की रिपोर्ट
सीधी जिले के कुसमी के पोड़ी खदान में शासन से रेत खदान का जिम्मा सैनिक फ्रूड कंपनी को दिया गया है जहां पर सैनिक स्कूल कंपनी के कर्मचारी मनमानी पर उतारू होकर शासन की निर्धारित दर से रेत का डबल राशि का पैसा वसूल कर रहे है,जिससे आम जनता से लेकर शासन को चूना लगा रहे हैं।रेत की राशि डबल वसूली करने के कारण क्षेत्रीय लोगों को रेत काफी महंगी पड़ रही है।आम व्यक्ति रेत महगी होने के कारण घर जैसे पक्के वर्क के कामकाज नही कर पा रहे है कुसमी क्षेत्र में रेत को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।वही क्षेत्रीय लोगों ने प्रशासन एवं नेताओं तक को भी अपनी समस्या पहुंचाई है लेकिन नेताओं और प्रशासन के चुप्पी साधने क्षेत्र मे हाहाकर मचा हुआ है और कंपनी के कर्मचारी डबल वसूली करने में जुड़े हुए हैं।
ये है खदान से रेत मिलने का दर
ग्रामीणों एवं टा्न्सपटरो से हासिल जानकारी के अनुसार कंपनी को 220 रूपये घन मीटर रेत विक्री करने का दर निर्धारित किया गया है,जो खदान के कागजो मे चल रहा है लेकिन यदि कोई रेत खरीदने खदान गया है तो उसे सैनिक फ्रूड कंपनी के कर्मचारी एक ट्रैक्टर रेत ₹3500 में एवं एक407 वाहन टाली मे ₹7000 में एक हाईवा रेत 17000 रुपए में एवं बडी बॉडी गाड़ी 35000 रुपए में रेत बिक्री कर डबल राशि वसूल रहे हैं।लोगो को कंपनी के इस दर से रेत मिलने से क्षेत्रीय लोगो को रेत महगी पड रही है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने सीधी जिला कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुये कम से कम में दर से रेत उपलब्ध करवाने की मांग की हैं।
30 फिट गहराई से निकल जा रही रेत
ग्रामीणों ने मीडिया को जानकारी देकर बताया की सैनिक फ्रूड कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा शासन से निर्धारित जगह से अलग जगह में करीब 30 फीट गहरा जेशीबी क्रेन जैसी मशीनो से खोद कर रेत की निकासी सैनिक फुट के कर्मचारी कर रहे हैं यहा तक की पानी के अंदर से रेत निकाल रहे है।जिसकी जांच राजस्व के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी नहीं कर पा रहे हैं।इसलिये मनमानी तौर पर कंपनी के कर्मचारी गहराई से खोदकर रेत निकाल रहे हैं।
संकट मे है जीव जंतुओं का जीवन
देखा जा रहा है कि सैनिक फ्रूड कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा रेत निकालने के लिए नदी का रुक ही मोड़ दिया गया है और नदी में ही बड़े-बड़े वाहनो को लाकर उनकी लोडिंग की जा रही है मशीने पानी मे घुसकर रेत निकाल रहे है जिससे जलीय जीव जंतुओं में भी का जीवन भी संकट में है बडे अधिकारियो के कार्यवाही नही करने से वन विभाग के अफसर भी कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।