Sidhi news:सीधी से मंत्री तय और.. कहीं इसी तस्वीर में तो नहीं एमपी का CM…?
राजेश… मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए करीब 4 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हुई है शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी खुद को दावेदार नहीं बताया गया है और पूरे चुनाव के दौरान महज मोदी और भाजपा को आगे रखकर चुनाव प्रचार किया गया हालांकि लाड़ली बहना योजना को निर्णायक माना जा रहा है बावजूद इसके इस बार मुख्यमंत्री के चेहरे के बदलाव की चर्चा जोरों पर है और ऐसे में एक तस्वीर और कुछ तथ्य कुछ और ही समीकरण गढ़ते देखे जा रहे हैं हालांकि यह समीकरण पूर्वानुमान या फिर एक अंदाजा हो सकता है लेकिन जो तथ्य हैं और जिनके बारे में है उनके साथ कुछ भी संभव है जो कि पहले भी हो चुका है।
जी हां यह तस्वीर 10 सांसदों की है और यह वे सांसद है जिन्हें इस बार विधानसभा में केंद्र ने मौका दिया था और जीत अर्जित करने के बाद सभी इस्तीफा देने पहुंचे थे। खास बात यह भी है कि इस तस्वीर में मुख्यमंत्री चुनने वाले और मुख्यमंत्री पद का फैसला लेने वाले पीएम मोदी और जेपी नड्डा दोनों मौजूद हैं और इनमें मध्य प्रदेश के भी कुछ चेहरे शामिल है जिनमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह मौजूद हैं।
एमपी में सूत्रों और समाचार एजेंसियों की माने तो भाजपा दो फैक्टर देख रही है एक तो ओबीसी दूसरा महिला वोटर और पीएम द्वारा भी महिला वोटरों को साधने का प्रयास किया गया है और आकलन लगाया जा रहा है कि मध्य प्रदेश से कोई ओबीसी चेहरा या फिर महिला का चेहरा उभर कर अचानक से सामने आ सकता है वैसे बता दें कि मध्य प्रदेश के सीधी से सांसद रीती पाठक ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है….?और तस्वीर में भी मौजूद हैं।
जी हां रीति पाठक एक ऐसा नाम जिनके साथ कई सारे अकल्पनीय और अद्भुत घटनाक्रम जुड़े हुए हैं अचानक से राजनीति में आना और सबको पीछे करते हुए अपनी एक मजबूत पहचान बनाना। और पहचान ऐसी की जिले भर के धुरंधर पस्त…?पहले जिला पंचायत सदस्य फिर अध्यक्ष और लोगों की कल्पना के विपरीत अचानक से सांसद उम्मीदवार और एक नहीं दो दो बार सीधी संसदीय क्षेत्र कि कमान।फिर विधायक पद की उम्मीदवार और भारी मतों से जीत अब मंत्री पद की होड़ में…?और ऐ तो सभी जानते हैं कि मैडम के पास राजयोग हैं।
जी हां चर्चाओं और समीकरणों पर गौर करें तो सीधी से इस बार भाजपा मंत्री देगी यह तय है लेकिन ऊपर जो तस्वीर है वह कुछ और भी कह रही है बेशक यह तस्वीर मूक है लेकिन इस दौर में कहते हैं मोदी है तो मुमकिन है और सीधी में मानते हैं कि रीती है तो कुछ भी हो सकता है। सारे दावे सारे समीकरण और सारी बाधाओं को लांघते हुए रीती ने जो चलांग लगाई है वह कहां पहुंचेगी यह तो कोई नहीं जानता लेकिन कहीं एक बार फिर सीधी से…. प्रदेश का नेतृत्व तो नहीं होने वाला है…?