जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ
– संजय गाँधी व कमला कॉलेज टीम की जीत से हुई शुरुआत
मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार एवं संजय गांधी स्मृति शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीधी के मार्गदर्शन में स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम ग्राउंड पर मंगलवार को पांच दिवसीय जिला स्तरीय अंतर महाविद्यालय क्रिकेट पुरूष प्रतियोगिता की मेजबानी कमला स्मृति महाविद्यालय सीधी द्वारा किया गया। क्रिकेट प्रतियोगिता में पहले दिवस जिले के कई महाविद्यालयों की टीमों ने भाग लिया। जिसमें खिलाडिय़ों द्वारा अपना खेल दिखाया गया। दोपहर से लेकर शाम तक जिले की विभिन्न क्रिकेट टीमों के बीच में मैच खेले गए।
जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ एसजीएस के प्रभारी प्राचार्य डॉ. अमरीश तिवारी, प्राचार्य जीडीसी डॉ. एसबी सिंह चौहान एवं कमला कॉलेज प्राचार्य डॉ. केके तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया तथा प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया। जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ मौके पर पहला मैच संजय गाँधी कॉलेज एवं एसआईटी कॉलेज की टीमों के बीच में खेला गया। पहले मैच में संजय गाँधी कॉलेज की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 ओवर में सात विकेट पर 104 रन का टारगेट दिया। इसका पीछा करने उतरी एसआईटी कॉलेज की टीम निर्णारित 12 ओवर में आल आउट होकर मात्र 59 रन ही बना सकी। संजय गाँधी कॉलेज की टीम 52 रन से जीत गई। इसी प्रकार दूसरे मुकाबले में मेजबानी कर रही कमला कॉलेज एवं शासकीय महा. रामपुर नैकिन की टीमों के बीच में खेला गया। इसमें पहले बल्लेबाजी करते हुए शासकीय महा. रामपुर नैकिन की टीम ने 10 ओवरों में 53 रन बनाए। इसके जवाब में कमला कॉलेज की टीम ने यह लक्ष्य सात विकेट खोकर हासिल कर लिया। कमला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केके तिवारी ने विजयी टीम का उत्साहवद्र्धन किया। इस मौके पर जिला चिकित्सालय द्वारा एंबुलेंस सेवा पूरे मैच के दौरान खड़ी रही। कमला कॉलेज के संचालक व निदेशक नीरज शर्मा व असिस्टेंट डायरेक्टर अरुण ओझा ने पहले दिन की जीत पर हर्ष व्यक्त किया व आगामी प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं भी दी। प्रतियोगिता का संचालन कमला कॉलेज के स्पोट्र्स ऑफिसर हंसराज सिंह चौहान एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ. रोहित सिंह, डॉ. मनीष गिरी, दिलीप सिंह परिहार, ज्ञानेंद्र द्विवेदी व समस्त प्राध्यापकगण मौजूद रहे।