Sidhi24news:सिंगरौली जिले में एक करोड़ से ज्यादा के घोटाले के आरोपी समिति प्रबंधक की गिरफ्तारी
बरका थाना क्षेत्र में धान खरीदी में गबन, पुलिस ने किया गिरफ्तार
सिंगरौली, 11 नवंबर 2024: सिंगरौली जिले के बरका थानाक्षेत्र में एक करोड़ से ज्यादा के घोटाले के आरोपी समिति प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने 2023-24 में धान खरीदी के दौरान सरकारी राशि में गबन किया था और लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है।
क्या था मामला?
सिंगरौली जिले के बरका क्षेत्र में स्थित धान खरीदी केंद्र क्रमांक एक और दो में समिति प्रबंधक उदय पाल सिंह और कंप्यूटर ऑपरेटर विमलेश द्विवेदी ने मिलकर 4594 क्विंटल धान की हेराफेरी की थी। दोनों आरोपियों ने मिलकर एक करोड़ 28 लाख रुपये की शासकीय राशि का गबन किया। यह घोटाला 2023-24 की धान खरीदी के दौरान सामने आया था। इस मामले में सहकारिता विभाग की ओर से 11 फरवरी 2024 को शिकायत दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
बरका पुलिस चौकी प्रभारी उप निरीक्षक सूरज सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। पुलिस द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट के बाद, आरोपी उदय पाल सिंह की तलाश तेज कर दी गई थी। विवेचना के दौरान आरोपी की गिरफ्तारी हुई, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
आरोपी का नाम और गिरफ्तारी
आरोपी समिति प्रबंधक उदय पाल सिंह को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। उसे अब न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। इसके अलावा, मामले में शामिल तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
कौन थे आरोपी और क्या भूमिका थी?
इसके अलावा, इस घोटाले में समिति प्रबंधक उदय पाल सिंह के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर विमलेश द्विवेदी का भी नाम सामने आया है। दोनों ने मिलकर सरकारी धान की खरीदारी में गड़बड़ी की और सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का चूना लगाया। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है, जिनमें उन लोगों के नाम भी शामिल हैं जिन्होंने इस घोटाले में उदय पाल सिंह की मदद की।
पुलिस का योगदान और आगे की कार्रवाई
इस कार्रवाई में पुलिस दल के सदस्य उप निरीक्षक सूरज सिंह, उप निरीक्षक एसके सोनवानी, आरक्षक मनीष ठाकुर और जितेंद्र अहिरवार की भूमिका अहम रही। पुलिस का कहना है कि घोटाले के शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित स्थानों पर छापेमारी की जा रही है और मामले की जांच पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से की जाएगी।
आगे की राह
सिंगरौली जिले में इस घोटाले के उजागर होने के बाद विभागीय जांच भी शुरू की गई है, और सरकारी धन के गबन की सख्ती से जांच की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि अगर इस मामले में कोई अन्य लोग भी संलिप्त पाए गए तो उन्हें भी कानून के तहत कड़ी सजा दी जाएगी। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में हर्ष और राहत का माहौल है, क्योंकि घोटाले के खुलासे से स्थानीय जनता को न्याय मिलने की उम्मीद है।
इस घटना के बाद अब यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या अन्य धान खरीदी केंद्रों में भी इस प्रकार की गड़बड़ियां हुई हैं। पुलिस प्रशासन ने इस संबंध में राज्य सरकार से निर्देश लेकर सभी केंद्रों पर गहन जांच की योजना बनाई है।
यह घटना सिंगरौली जिले में सरकारी धन के दुरुपयोग और गबन की गंभीरता को उजागर करती है और पुलिस प्रशासन की तत्परता से आरोपियों को पकड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।