Sidhi24news:उठापटक पर लगा विराम,सीधी जिले के रेत का ठेका सहकार ग्लोबल के नाम
-83 करोड़ 83 लाख में आवंटित हुआ ठेका
-शहडोल और सिंगरौली में पहले से ही रेत का ठेका संभाल रही है सहकार ग्लोबल
सीधी जिले का रेत का वैध एवं अवैध कारोबार सदा से सुर्खियों में रहता आया है, पिछले वर्ष जिस कंपनी को सीधी जिले का रेत का ठेका दिया गया था उसने अधिक राशि में ठेका लेने के कारण अपने घाटे को देखते हुए अपने ठेके को पिछले दो-तीन महीना पहले सरेंडर कर दिया था, जिसके उपरांत नए सिरे से फिर टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ की गई और अंततः पिछले ठेकेदार ने जिस राशि को अधिक मानते हुए अपना ठेका सरेंडर किया था उससे भी अधिक राशि में ऐसे ठेकेदार ने इस ठेके को अपने नाम कर लिया है जो पहले से ही सीधी और सिंगरौली जिले में अपनी रेत खदानों का संचालन कर रहा है।
पहले भी 83 करोड़ तीनों जिले का ठेका का हुआ था टेंडर मिलने से बढ़ सकते हैं रेत के दाम
इसके पहले जिस कंपनी ने रेत का ठेका सीधी में लिया था वो 83 करोड़ से ऊपर था लेकिन साल भर बाद घाटे में होने की वजह से संबंधित संविदाकार द्वारा सरेंडर कर दिया गया। यही वजह है कि नए टेंडर की प्रक्रिया अब जारी की गई थी। जानकारी के अनुसार इस मामले में आधा दर्जन संविदाकारों ने काफी प्रयास भी किया कि उन्हें सफलता अर्जित हो परंतु सीधी जिले के नेताओं की दाल रेत के टेंडर को लेकर नहीं गली और सहकार ग्लोबल के ठेकेदार को यह टेंडर हांसिल हो गया।
उठापटक पर लगा विराम
जिले के डेढ़ दर्जन रेत खदानों को लेकर उठापटक कई महीनों से चल रही थी जिसमें अंततः टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत मुंबई के संविदाकार सहकार ग्लोबल को 83 करोड़ 83 लाख रुपए का टेंडर तीन वर्ष के लिए आवंटित हो गया है। जबकि इस मामले में कई लोग खासकर भाजपा के अधिकतर नेता प्रयास में लगे रहे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है।
बताते चलें कि इसके पहले शहडोल एवं सिंगरौली में सहकार ग्लोबल कंपनी ने कब्जा जमाया था अब सीधी में भी उनका कब्जा हो गया है। जाहिर है कि रेत के अवैध तरीके से उत्खनन में पहले भी उनके खिलाफ काफी शिकायतें थीं अब तो तीन जिले एक साथ हो गए हैं जिससे संबंधित ठेकेदार की एक छत्र मोनोपोली होगी जिससे उनकी मनमानी और ज्यादा बढ़ेगी तथा रेत के दामों में और अधिक उछाल आएगा। मालूम हो कि सहकार ग्लोबल कंपनी मुंबई की बताई जा रही है जो कि विंध्य क्षेत्र सहित सीधी जिले में भी टोल प्लाजा में उनका काम चल रहा है।