सीधी के संजय टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत,कुएं में तैरती मिली लाश,जारी है संदिग्धों की तलाश
सीधी- जिले के संजय टाइगर रिजर्व से एक बेहद बुरी खबर है यहां एक नर बाघ के संदिग्ध मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना के बाद से खबर मिलते ही संजय टाइगर रिजर्व का पूरा अमला कल गुरुवार को पूरी तरह से सारे काम छोड़कर इसी मामले को सुलझाने में लगा रहा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक व्यौहारी बफर के जंगल की सीमा बोदरी गांव से लगे हुए बफर जोन के जंगल के पास तालाब के समीप एक कुआं है जिसमें नर बाघ मरा हुआ पाया गया।
लोगों में चल रही चर्चा के मुताबिक इस इलाके में जंगली सुअरों का आतंक है जो यहां के किसानों की फसलें खा जाते हैं। इसी आतंक और फसलों की सुरक्षा के मद्देनजर अक्सर जंगली इलाकों में किसान नियमों को ताक पर रखकर करंट के तार फैलाकर इन सुअरों को मारकर अपने फसलों की रक्षा करते हैं और अक्सर इसी बिजली के तार में दौड़ने वाले करंट से आदमी या बाघ सहित अन्य जंगली जानवरों की भी मौतें हो जाती हैं। संजय टाइगर रिजर्व में इस तरह के मामले अतीत में भी कई बार सामने आ चुके हैं। विगत कल घटी इस घटना के सामने आने पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि जब करंट के चपेट में आने से इस नर बाघ की मौत हो गई तो चूंकि ये नर बाघ एक स्वस्थ बाघ था जिसका वजन डेढ़ क्विंटल से अधिक होने के कारण इसे अकेले एक आदमी द्वारा एक जगह से दूसरे जगह नहीं ले जाया जा सकता था इसलिए एक से अधिक लोगों द्वारा वहीं पास में उपस्थित जंगली क्षेत्र के बिना जगत वाले कुएं में जिसका उपयोग वर्तमान में आम लोगों द्वारा नहीं किया जा रहा है उसमें इस बाध को ले जाकर अपने हिसाब से दफन कर दिया गया था। इस पूरी घटना को किसी प्रत्यक्षदर्शी द्वारा देखे जाने पर उसने इसकी सूचना संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को दी जिसके उपरांत पूरे विभाग में हड़कंप मच गया और टाइगर रिजर्व के पूरे अमले ने इस कुएं के पास पहुंचकर आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया। बाघ का वजन अधिक होने कारण उसे नायलॉन की जाल में फंसाकर कुएं से बाहर निकाला गया।
पोस्टमार्टम उपरांत हो सकेगा मौत के कारणों का खुलासा
इस पूरे मामले में कल गुरुवार को बाघ के शव को निकाल कर सुरक्षित रखा गया है जिसे आज शुक्रवार को विधिवत दो डॉक्टरों की टीम द्वारा उसका पोस्टमार्टम विभाग के सीसीएफ की उपस्थिति में किया जाएगा। इस दौरान उसके पूरे शरीर पर उपलब्ध उसके दांत, नाखून, बाल आदि सभी अंगों का गहन निरीक्षण किया जाएगा की उसकी मौत के उपरांत उसके शरीर के किसी भी अंग को शिकारी या अन्य किसी के द्वारा क्षति तो नहीं पहुंचाई गई है।
आज से होगी शिकारियों की तलाश
कल गुरुवार को जहां संजय टाइगर रिजर्व का पूरा अमला बाघ के शव को कुएं से निकलकर उसे ससम्मान व्यवस्थित करने में लग रहा। वहीं आज बाघ के अंतिम संस्कार के साथ ही उस घटनास्थल कुए पर खोजी कुत्ते को ले जाकर उसके द्वारा विभाग ये पता करने की कोशिश करेगा की इसमें जो शिकारी हैं उनका सुराग कैसे लगाया जाए।