Sidhi24news:जनपद सीईओ के खिलाफ आक्रोशित महिला सभापतियों ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
सीधी-जिले के जनपद पंचातय रामपुर नैकिन की महिला सभापतियों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजीव तिवारी के कृत्यों से परेशान होकर मोर्चा खोल दिया है। जनपद सीईओ से अपमानित होकर महिला सभापतियों ने रीवा कमिश्रर को ज्ञापन देकर सीईओ के विरुद्ध कार्यवाही कराने की मांग की हैं। कमिश्नर बीएस जामोद रीवा संभाग को जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के सभी स्थाई समितियों की महिला सभापति श्रीमती अंकिता सीएस सिंह सभापति जैव विविधता के नेतृत्व में लिखित रूप में 7 बिन्दुओं की जनपद सीइओ की शिकायत की। इस अवसर पर श्रीमती सीमा पाण्डेय सभापति कृषि स्थाई समिति, श्रीमती करता सिंह सभापति महिला एवं बाल विकास, श्रीमती प्रभा विश्वकर्मा वन स्थाई समिति, अरुण शेखर त्रिपाठी सभापति निर्माण संकर्म समिति आदि उपस्थित रहे। इस दौरान कमिश्नर बीएस जामोद ने स्वयं हर विभाग के
संभागीय अधिकारियों को फोन कर जनपद पंचायत रामपुर नैकिन की सभी स्थानीय समितियों की बैठक सभापतियों से चर्चा कर आयोजित कराने के निर्देश दिये।
कमिश्नर रीवा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उक्त मामले की जांच विकास आयुक्त डीएस सिंह को सौपकर 1 सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। सौंपे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजीव तिवारी द्वारा जनपद की सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठकों की जानकारी नहीं दी जाती। हम स्वयं से जानकारी एकत्र करके अगर बैठक में जाते हैं तो हम लोगों का प्रस्ताव बैठक की कार्यवाही में नहीं लिखा जाता। जनपद सीईओ के द्वारा महिला सभापतियों और सदस्यों को अपमानित किया जाता है। महिला सभापतियों का कहना था कि जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के सीईओ द्वारा अकारण सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठकों का आयोजन नहीं किया जा रहा है। कई बार तिथि निर्धारित करने के पश्चात उनको ऐन मौके पर निरस्त कर दिया जाता है। इसके लिए कभी कभार व्हाट्सएप ग्रुप का सहारा लिया जाता है। महिला सभापतियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद सीईओ द्वारा महिला सभापतियों को अपमानित करने की मंशा से लगातार इस तरह किया जा रहा है। जिससे बैठकों का आयोजन न हो, उसमें जनपद सदस्यों की ओर से कोई प्रस्ताव न आए और सबकुछ जनपद पंचायत सीईओ की मंशा से होता रहे। इस संबंध में कई बार आपत्ति व्यक्त करने के बाद भी जब कोई नतीजा नहीं निकला तो कमिश्रर रीवा से लिखित शिकायत करने का निर्णय लिया गया है।