कुसमी थाने से मानव तस्करी का मामला,काम के बहाने बाहर ले जाकर युवती को बेचा
सीधी- जिले के थाना क्षेत्र कुसमी अंतर्गत मानव तस्करी का मामला सामने आया है। जहां एक आदिवासी युवती को बहला फुसला कर काम दिलाने के बहाने बाहर ले जाया गया और वहां पर पैसे लेकर उसे बेच दिया गया। जहां खरीदार द्वारा जबरन उससे शादी कर उसके साथ बलात्कार किया गया और बंधक बनाकर रखा गया। किसी कदर छूट कर वापस आने पर युवती द्वारा कुसमी थाने में इस बात की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट के आधार पर कुसमी पुलिस द्वारा एक आरोपी को पकड कर जेल में भेज दिया गया है।और अन्य तीन की खोजबीन जारी है।
फरियादी युवती ने पुलिस थाना कुशमी में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया है कि
दिनांक 28.12.23 के दिन 11.00 बजे के लगभग धर्मराज सिंह उर्फ दीप सिंह पिता रामकृपाल सिंह निवासी चगोहर ने मुझे काम दिलाने के बहाने ले गया और उसके साथ मे सुरेन्द्र सिंह पिता सकसूदन सिंह निवासी चंगोहर का भी था, धर्मराज सिंह उर्फ दीप और सुरेन्द्र सिंह ने मुझे आगरा रेलवे स्टेशन मे मेरी मर्जी के विरूद्ध सीता देवी निवासी फतहपुर सीकरी के हवाले कर दिया फिर सीतादेवी ने जबरजस्ती मुझे अपने घर ले जाकर अपने घर एक हफ्ते तब बंद रखी कहीं बाहर आने जाने नही देती थी और किसी से बातचीत भी नही करने देती थी। फिर एक हफ्ते के बाद सीता देवी ने मुझे राजवीर सिंह निवासी सगुनापुर (सोनापुर) को एक लाख रुपये में बेच दिया और राजबीर सिंह ने मुझे मेरी मर्जी के बिना जबरजस्ती अपने साथ ले जाकर सगुनापुर (सोनापुर) मे शंकर जी की मंदिर मे जबरजस्ती शादी किया और अपने घर ले जाकर जबजस्ती लगभग 04 माह तक रखे रहा और मेरे साथ मेरी मर्जी के विरूद्ध राजवीर सिंह ने लगातार कई बार गलतकाम (बलात्कार) किया फिर दिनांक 03.05.24 को दोपहर 02.00 बजे के लगभग मै मौका पाकर राजवीर सिंह के घर से भाग आई और दिनांक 05.05.24 को अपने घर आकर सारी बात अपने माता पिता को बताई और दिनांक 30.05.24 को अपने पिता के साथ थाना आई हूं।
पूरे मामले पर पुलिस द्वारा आरोपी सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जबकि बाकी के तीन आरोपी अभी भी फरार है।