Sidhi ret news:ठेका किसी का हो काम तो पुजारा ही करेगा
विगत कुछ वर्षों से सीधी जिले में एक सरनेम काफी प्रसिद्ध हुआ है,वह है पुजारा…? जी हां पुजारा यह कौन है कहां से आया इसका पूरा नाम क्या है शायद यह सब किसी को नहीं पता होगा। लेकिन इसका नाम जिले भर में प्रसिद्ध है। नेता हो, प्रशासनिक अमला हो, पुलिस हो या फिर रेत से जुड़े कारोबारी सब पुजारा को जानते हैं कारण क्या है पता नहीं लेकिन बाहर से आया कुछ वर्षों पूर्व यह व्यक्ति सीधी में स्थापित हो गया है। जब कभी रेत कारोबारियों की बात होगी तो पुजारा का नाम जरूर आएगा यही कारण है कि अब ऐसा माना जाने लगा है की ठेका किसी का भी हो काम तो पुजारा ही करेगा।
जी हाँ सीधी जिले में ठेका भले ही किसी और का हो लेकिन रेत निकासी परिवहन और जिले भर का प्रबंध पुराने कंपनी के खास व्यक्ति पुजारा के पास ही है। जिसके द्वारा जिले में रेत के कारोबार का प्रबंध किया जाता है ताकि उनके कामों पर ना तो किसी की नजर पड़े ना ही किसी की आवाज उठे मैनेजमेंट की अच्छी जानकारी और हर जगह पकड़ होने के कारण ठेकेदार भले ही कोई और है लेकिन काम कोई और कर रहा है। धीरे-धीरे फिर से जिले में रेत निकासी और परिवहन का व्यापार बढ़ रहा है लेकिन न जाने जिम्मेदार अधिकारी कहां लिप्त है वह तो बस कागजों में नियमों को देख सहमति देते हैं। जिसका कारण भी पुजारा जी हैं।
दरअसल पुजारा ने विगत कुछ वर्षों में सीधी जिले में सब की ऐसी पूजा की है की कोई उनके खिलाफ बोलेगा ही नहीं और यह पूजा निरंतर चालू है…?अच्छे पुजारी होने के कारण वर्तमान में जिस कंपनी को रेत के कारोबार का दायित्व मिला है, उसने जिले भर के पूज्य लोगों के लिए पुजारा को ही पुजेरी नियुक्त कर दिया है। पुराने पुजारी होने के कारण पूजारा जी को यह भली भांति से पता है कौन से देव को कितना भोग लगेगा, कौन सा देव किस मंत्र से साधेगा और पुजारा जी अपने पूजा पाठ में लगे हुए हैं। हां यदा कदा कुछ देव नाराज होते हैं लेकिन पुजारा जी उन्हें मनाने में माहिर है और यही कारण है कि वर्तमान में भी पुजारा जी की धाक चल रही है जो नए ठेका कंपनी के प्रबंधक हैं या कर्मचारी हैं उनसे तो लोग मिल ही नहीं पा रहे हैं। कारण की बीच में पुजारा जी पुल बने हुए हैं, जो भी आए यहां से प्रसाद लेकर वापस लौट जाएं आगे जाने की अनुमति नहीं है। खास बात यह है कि जिले में बाहर से आकर लोग कई तरह की गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं लेकिन पुलिस कभी इनके बारे में जानकारी नहीं जुटती यह कौन है कहां से आए हैं और जिले में किस व्यापार में लगे हुए हैं इनके द्वारा लाखों करोड़ों का व्यापार किया जा रहा है लेकिन इनकी पहचान और उनके बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कभी नहीं किया गया हां पुलिस द्वारा बाहर से मजदूरी करने आए लोगों की पड़ताल अक्सर की जाती है क्योंकि उन्हें लगता है कि अक्सर गरीब ही चोर होते हैं जबकि यह बड़े-बड़े लोग दलाल जिले से राजस्व और खनिज की चोरी कर रहे हैं इनका रिकॉर्ड किसी के पास नहीं है। खैर पुजारा जी की पूजा कब तक चलती है यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन वर्तमान में जिले भर में बैठे पूज्य देवों की कृपा से पुजारा जी पर कोई आंच नहीं आने वाली है यह तो तय है। जय हो नीरज पुजारा जी की….