विद्यार्थी परिषद द्वारा कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए किया गया मौन प्रदर्शन
सीधी /ग्वालियर में कुलपति की जान बचाने के प्रयास में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के विरोध में आज प्रदेश व्यापी प्रदर्शन के निमित सीधी के कलेक्ट्रेट चौराहा में मौन प्रदर्शन कर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के लिए न्याय की मांग की गई । नगर मंत्री रितिक शुक्ला ने बताया कि संकट में सहायता करने विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के नैतिक मूल्य का परिचय करता है परंतु नेक कार्य करने पर मुकदमा दर्ज किया जाना जीआरपीएफ की संवैधानिक संवेदनहीन के व्यवहार का परिचय देता है राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले रणजीत सिंह यादव दिल्ली में शिक्षक है और छात्रों के सम्मेलन में भाग लेकर दक्षिण एक्सप्रेस से लौट रहे थे ट्रेन के आगरा पहुंचते ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी उन्हें घबराहट होने लगी पास में ही छात्रों की सीट थी इन लोगों ने टीटी को ढूंढा लेकिन वह नहीं मिले मुरैना में तबीयत और अधिक बिगड़ गई उनके सीने में दर्द हो रहा था इस दौरान उनके साथ सफर कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महामंत्री हिमांशु श्रोतिय कार्यकर्ता सुकत शर्मा ने एंबुलेंस को सूचना दी ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर रणजीत सिंह यादव को लेकर छात्रों ने नीचे उतरे यहां कोई मदद के लिए नहीं आए एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाए ।स्टेशन पर एक कार खड़ी थी ड्राइवर से छात्र ने अस्पताल चलने कहा लेकिन वह नहीं माने इस पर छात्रों ने उनसे चाबी छीन ली धक्का देकर बाहर की और खुद कार में रणजीत सिंह यादव को डालकर अस्पताल ले गए यहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बाद में मालूम हुआ कि ये कार न्यायाधीश की है । तभी ABVP कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की गई जिसके विरोध में सीधी में भी मौन प्रदर्शन किया गया मौन प्रदर्शन में मुख्यरूप से -विभाग संगठन मंत्री गौरव शुक्ला, नगर मंत्री ऋतिक शुक्ला, महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष सौरभ मिश्रा , श्रेष्ठ मिश्रा, शिवम पांडे लवकुश पनिका रमन पनिका अभिषेक मिश्र आशीष साहू विकास विश्वकर्मा गोलू तिवारी दिव्यांशु सिंह धीरेंद्र सिंह अमन वर्मा आदित्य गुप्ता गौरव जयसवाल कीर्तन सोनी दिनेश साकेत एवं विद्यार्थी परिषद के अनेक कार्यकर्ताओं उपस्थित रहे।