काश की जांच टीम रोज आए…
जिले की बादल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का आलम यह है कि यदि किसी दिन मरीज को सही और समय पर सुविधा मिल जाए तो भगवान से प्रार्थना करने लगते हैं कि काश ऐसा रोज ही हो…?ऐसी ही कानाफूसी कल जिला चिकित्सालय सीधी में मरीज व उनके परिजनों के मुख से सुनने को मिली कि काश जांच टीम रोज अस्पताल आए…
जी हां दरअसल जिला चिकित्सालय सीधी में संपूर्ण व्यवस्थाओं के बाद आलम यह है कि मरीज को इलाज के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है, पर्ची के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है और डॉक्टर के इंतजार में अपना समय व्यतीत करना पड़ता है और तो और जो मरीज अस्पताल में भर्ती भी हैं उनकी कोई सुनने वाला नहीं है ना तो डॉक्टर टाइम पर आते हैं ना ही नर्स और मेडिकल स्टाफ उनकी सुनते हैं।
लेकिन कल व्यवस्था इसके विपरीत दिखाई दी साफ सफाई एकदम चकाचक, हर वार्ड में कई-कई नर्स देखी गई ओपीडी समय से खुली पाई गई और लोगों को सभी दवाई मिली इसके पीछे का कारण पता किया गया तो जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने कल कायाकल्प की राज्य स्तरीय टीम आई थी जिसके कारण संपूर्ण व्यवस्थाओं को आनन फानन में दुरुस्त रखा गया था। इसके बाद लोग कामना करने लगे की काश ऐसी टीम रोज ही आए और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती रहे।